कैमरों पर नज़र रखना होगी
देवेन्द्रसिंह सिसौदिया
देश की जानी-नामी कम्पनी के शो रुम के चेंजिंग रुम पर नज़र रखता एक कैमरा
पकड़ा जाना बेहद ही शर्मनाक हरकत है । केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की नज़र पड़ने
से पूर्व हजारों फुटैज इस कैमरे के माध्यम से तैयार किये गए होंगे जिनमें हजारों
स्त्रियों की असमत दाव पर है । ये पहली घटना नहीं कि कैमरा पकड़ा गया । देश के लभगग
सभी हिस्सों में पेट्रोल पम्प के वॉशरुम, नारी निकेतन और गर्ल्स होस्टल के बाथरुम,
होटल-लॉज के रुम एवं मॉल्स के चेंजिंग/ट्रायल रुम में इस प्रकार के खुबिया कैमरे
पकड़े गए हैं । विशेषकर पर्यटल स्थलों के हॉटल और लॉजों में पर्यटकों के निजी
अंतरंग क्षणों को इन कैमरों के माध्यम से कैप्चर कर उनका दुरुपयोग किया जाना आम
बात है । इन फुटेजों के बारे में पर्यटकों को तो जानकारी भी नहीं होती है ।
आवश्यक्ता है इन खुबियों
कैमरों पर नजर रखने की । इस हेतु शासन को दिशा निर्देश जारी करने चाहिए । जितने भी
कैमरे लगे उसकी सूची लोकेशन सहीत शासन के पास होना चाहिए जिसका समय समय पर भौतिक सत्यापन
होते रहना चाहिए । सभी कैमरों के फुटेज़ का सार्वजनिक प्रदर्शन शो रुम के भीतर होते
रहना चाहिए । ऐसे आपत्तिजनक स्थानों पर लगे कैमरे पाये जाने पर उस संस्थान के
मैनेजर के साथ उसके मालिक की सामुहिक जिम्मेदारी मानते हुए अर्थ दंड के साथ
कारावास का प्रावधान होना चाहिए । संस्थान के लाईसेंस को भी समाप्त करने का
प्रावधान किया जा सकता है ।
स्कूल कॉलेज में पढने वाली लड़कियाँ रास्ते में आते-जाते, दरवाज़ों पर
स्थित पान की दूकानों पर खड़े मजनूओं की फख्तियों से वैसे ही परेशान थी । आज तक इन पर
प्रभावी रोक लगा नहीं पाये हैं । ये तो वो हरकते है जो प्रत्यक्ष रुप से प्रताड़ित
करती है किंतु कैमरों में निजी क्षणों को कैद कर मौन रुप से उनका शोशण कर रहे है ।
ये अत्यधिक खतरनाक है । तात्कालिक इसका पता नहीं चलता किंतु भविष्य में ये फुटेज
काफी खतरनाक और जान लेवा साबित हो सकते हैं ।
केन्द्रीय मंत्री के साथ ये
घटना होने के पश्चात आशा है इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही होगी । शासन की जिम्मेदारी
है कि वो अपनी आधी आबादी की निजता की पूरी
सुरक्षा हेतु आमजन को आश्वस्त करे ।
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